Thursday, January 28, 2016

How to keep breast firm after pregnancy tips in Hindi – गर्भावस्था के बाद स्तनों को सुडौल कैसे रखें?

सालों से महिलाएं स्तनों के ढीले पड़ने का दोष स्तनपान पर डालती रही हैं। अमेरिका की एक अकादमी ने उन 132 महिलाओं का इंटरव्यू लिया जो अपने स्तन बड़े कराना या उनमें हल्का संशोधन करवाना चाहती थी। इनमें से 70 महिलाओं ने 6 से 9 महीनों तक अपने बच्चों को स्तनपान करवाया था और इन सबके स्तनों के ढीलेपन में गर्भावस्था के पहले के मुकाबले कोई अंतर नहीं था। अतः यह बात अवश्य जान लें कि स्तनपान आपके नवजात शिशु के लिए काफी अावश्यक है और इसका स्तनों के ढीलेपन से कोई सम्बन्ध नहीं है।
शोधकर्ताओं ने फिर बताया कि गर्भावस्था के कारण मिल्क ग्लैंड्स के बढ़ने और सिकुड़ने से स्तन ढीले पड़ते हैं, स्तनपान की वजह से नहीं। स्तनों के ढीले पड़ने का सबसे मुख्य कारण है उम्र का बढ़ना। उम्र बढ़ने के साथ महिलाएं अपने स्तन का लोच तथा कड़ापन गंवाती चली जाती हैं। वैसे तो यह स्थिति 40 के पहले नहीं आती, पर फिर भी गर्भावस्था के बाद सुडौल स्तन पाने का प्रयास करना काफी आवश्यक है।

गर्भावस्था के बाद स्तनों को सुडौल रखने के उपाय (Remedies to keep breasts firm after pregnancy)

बर्फ की मसाज (Ice massage)

यह मसाज ढीले पड़ गए स्तनों को दोबारा सुडौल बनाने में काफी बड़ी भूमिका निभाती हैं। ठन्डे तापमान से कोशिकाएं सिकुड़ती हैं जिससे आपके स्तन उठे हुए और सुडौल लगते हैं।
  • बर्फ के टुकड़े लें और इनसे 1 मिनट तक अपने स्तनों पर गोलाकार मुद्रा में मालिश करें।
  • एक नरम तौलिये का प्रयोग करके अपने स्तनों को सुखाएं और एक ब्रा पहनें जो आपको अच्छे से फिट हो।
  • अब एक लेटी हुई अवस्था में आधे घंटे तक रहें।
  • जब भी आपको अन्य कार्यों से फुर्सत मिले तो इस प्रक्रिया को नियमित अंतराल पर करें।
  • ध्यान रखें कि बर्फ के टुकड़ों को एक मिनट से ज़्यादा समय तक अपने स्तनों पर रहने न दें। इससे आपके स्तन का भाग सुन्न पड़ सकता है।

ओलिव आयल (Olive oil)

स्तनों को ढीले पड़ने से बचाने के लिए उनपर ओलिव आयल से मालिश करें। यह फैटी एसिड्स और एंटी ऑक्सीडेंट्स का काफी बेहतरीन स्त्रोत होता है जो फ्री रेडिकल्स द्वारा शरीर को पहुंचाए गए नुकसान को पूरी तरह उलट देता है। इससे आपकी त्वचा की गुणवत्ता में भी वृद्धि होती है।
  • अपनी हथेली में ओलिव आयल लें और इन्हें आपस में रगड़कर थोड़ी गर्मी पैदा करें।
  • अपने हाथों को अपने स्तनों के ऊपर ऊपरी दिशा में घुमाएं। इस तरह 15 मिनट तक स्तनों की मालिश करें। इससे रक्त संचार में वृद्धि होती है तथा कोशिकाओं के ठीक होने की प्रक्रिया तेज़ी से होती है।
  • इस विधि को हर हफ्ते 4 से 5 बार दोहराएं।
टिप्स :आप ओलिव आयल की जगह ऑर्गन, बादाम, जोजोबा तथा नाशपाती का तेल भी प्रयोग कर सकती हैं।

खीरा और अंडे का पीला भाग (Cucumber with egg yolk)

उपरोक्त दोनों उत्पादों के मिश्रण से आप स्तनों का एक बेहतरीन मास्क बना सकती हैं। खीरे में त्वचा की टोनिंग करने के काफी प्रभावी गुण होते हैं और अंडे का पीला भाग आपको काफी मात्रा में विटामिन्स और प्रोटीन्स का लाभ पहुंचाता है। इस विधि का प्रयोग हफ्ते में एक बार करने से ही आपके स्तनों की कोशिकाएं मज़बूत बन जाएंगी और आपके स्तनों के ढीले पड़ने की शिकायत भी दूर हो जाएगी।
  • एक ब्लेंडर में एक छोटा खीरा डालें और इसकी प्यूरी बनाएं।
  • अब इसमें एक अंडे का पीला भाग डालें।
  • सही प्रकार से पेस्ट बनाने के लिए इसमें 1 चम्मच क्रीम या मक्खन डालें।
  • इस पेस्ट को स्तनों पर लगाएं और करीब 30 मिनट तक रहने दें।
  • तय समय के बाद इसे ठन्डे पानी से धो लें।

अंडे का सफ़ेद भाग (Egg whites)

अंडे का सफ़ेद भाग एक प्रकार का एस्ट्रिंजेंट होता है और इससे त्वचा को पोषण मिलता है। इनमें हाइड्रो लिपिड होते हैं जो ढीले पड़ गए स्तनों को उठाकर उन्हें सुडौल बनाते हैं।
  • एक अंडे का सफ़ेद भाग लें और इसे तब तक फेंटें जब तक कि यह झागदार ना हो जाए। अब इसे स्तनों पर लगाएं तथा आधे घंटे तक सूखने दें। अब इसे खीरे के रस या ठन्डे पानी से धो लें। आप खीरे के रस की बजाय प्याज का रस भी प्रयोग में ला सकती हैं।
  • आप वैकल्पिक तौर पर एक अंडे के सफ़ेद भाग को 1 चम्मच शहद या दही के साथ भी मिला सकती हैं। इस मिश्रण को अपने स्तनों पर लगाएं और करीब 20 मिनट तक सूखने दें। अब इसे ठन्डे पानी से धो लें।
ऊपर दी गयी विधियों में से कोई भी एक हफ्ते में एक बार प्रयोग में लाएं और सुडौल स्तन पाएं।

मेथी (Fenugreek)

मेथी का प्रयोग आयुर्वेदिक औषधियों में काफी मात्रा में किया जाता है। इसमें विटामिन्स और एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं, स्तनों को सुडौल और सख्त बनाने में मदद करते हैं तथा इसके आसपास की त्वचा को भी काफी नरम बनाते हैं।
  • एक चौथाई कप मेथी का पाउडर लें और इसमें पर्याप्त मात्रा में पानी मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बनाएं। इस मिश्रण को स्तनों पर लगाएं तथा इसे 5 से 10 मिनट तक सूखने दें। अब इसे गर्म पानी से धो लें। इस विधि का प्रयोग हफ्ते में हफ्ते में 1 से 2 बार करें।
  • आप वैकल्पिक तौर पर आधा कप दही, विटामिन इ के तेल की 10 बूँदें, 1 अंडे का सफ़ेद भाग और मेथी के तेल की 10 बूँदें डालें। इस पेस्ट को तब तक हिलायें जब तक यह मुलायम न बन जाए। इस पेस्ट को अपने स्तनों पर लगाएं और धीरे धीरे मालिश करें। अब इसे 30 मिनट तक सूखने दें और फिर ठन्डे पानी से इसे धो लें। हफ्ते में एक बार इस प्रक्रिया का प्रयोग अवश्य करें।
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