Thursday, January 26, 2017

किसी के चेहरे के हाव भाव से ऐसे पहचाने कि वो झूठ बोल रहा है

झूठ बोलते हुये किसी व्यक्ति को पकड़ लेना न केवल आपकी एक कला बन सकता है बल्कि यह आपको और आपके करीबी लोगों को धोखेबाजी से भी बचा सकता है। बॉडी लैंगवेज़ यह बताने में मदद करती है की सामने वाला व्यक्ति आपके प्रति ईमानदार है या नहीं। पर पूरे निष्कर्ष तक पहुँचने के पहले व्यक्ति और उससे जुड़ी हर पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी भी बहुत ज़्यादा ज़रूरी होती है, इसीलिए इस सब बातों का विस्तार से पता लगाने के बाद ही अपनी तरफ से कोई निष्कर्ष सार्वजनिक करें। कुछ लोग अपने हाव भाव और एक्सप्रेशन छिपाने में भी माहिर होते हैं जो अक्सर एक लंबे समय से झूठ बोलने या धोखा देने में पारंगत होते हुये अपनी बॉडी लैंगवेज़ को छिपा सकने में सफल हो जाते हैं।

पर फिर भी कुछ ऐसे संकेत हैं जिनके माध्यम से आप सामने वाले के द्वारा बोले गए झूठ को पकड़ सकते हैं, और किसी को धोखे से बचाकर उसके जीवन को आसान बना सकने में उसकी सहायता कर सकते हैं। जब कोई व्यक्ति झूठ बोलता है तो कुछ इस तरह की बॉडी लैंगवेज़ और हाव भाव को आसानी से देखा जा सकता है।

छोटे छोटे हाव भाव पर ध्यान दें (Catching the micro-expressions is the key)

शोधकर्ताओं के अनुसार अत्यंत मामूली और छोटे छोटे संकेतों को हाव भाव के माध्यम से समझ पान आसान होता है और आप जान पाते हैं की सामने खड़ा व्यक्ति आपसे झूठ बोल रहा है। इमनें सबसे सामान्य सा एक संकेत यह है कि, झूठ बोलने वाला पुरुष या महिला आपके सामने सामान्य नहीं रह पाते और थोड़े परेशान रहते हैं। उनकी आँखों या चेहरे को अगर आप ध्यान से कुछ सेकंड के लिए भी देखें तो आपको यह साफ नज़र आएगा की वे कुछ परेशान से हैं जिसे छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके माथे में सिकुड़न नज़र आती हैं और भौहें भी सिकुड़ी हुई सी रहती है। ये कुछ बहुत ही सामान्य और मामूली से छोटे छोटे संकेत हैं जो झूठ को पकड़ने में आपकी मदद कर सकते हैं।

होंठ या मुंह का सूखना (A drying mouth)

यदि कोई किसी गंभीर बात पर झूठ बोल रहा है तो इस खास संकेत से आप उस झूठ को पकड़ सकते हैं। अगर बात करते समय उसकी जुबान बार बार सूखे और वह थोड़े थोड़े अंतराल में पानी के घूंट पिये तो समझ लें कि यह जो भी बोल रहा है वह पूरी तरह सच नहीं है। जुबान सूखने कि मुख्य वजह चिंता होती है, झूठ बोलते समय बड़ी हुई यह चिंता गले या जीभ के सूखने के रूप में नज़र आ जाती है।

आँखों में देखें (Look for the eyes)

कहते हैं कि आँखों से लोगों के कई राज खुल जाते हैं। आप भी आँखों को पढ़कर यह जान सकते हैं कि सामने वाला पुरुष या महिला आपसे सच कह रहे हैं या झूठ। आँखों की भाषा से आप काही गई बात सच है या झूठ, यह पता कर सकते हैं।
अगर सामने वाला व्यक्ति या महिला बात करते समय आपसे आँखें न मिलाये या आँखों का संपर्क बनाने से कतराती हुई नज़र आए तो समझ लें कि उनकी बात में सच्चाई नहीं है। और ऐसे लोगों का बिल्कुल भरोसा न करें। पर ऐसे भी कई लोग होते हैं जो आदतन झूठ बोलने में माहिर होते हैं और झूठ बोलने की कला में उन्हें पकड़ पाना मुश्किल होता है। ऐसे लोग आपसे नज़रें मिलाकर बिना पलक झपकाए सारी बात बोल देते हैं। और इसके विपरीत कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो तोते अंतर्मुखी होने की वजह से भी आँखें मिलाकर बात करने से कतराते हैं, तो इस संकेत को समझते वक़्त बहुत सावधानी की ज़रूरत पड़ती है, यह काम थोड़ा पेंचीदा हो सकता है।
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